दिल्ली विधानसभा चुनाव “कुमार विश्वास की पत्नी रो पड़ीं जब मनीष सिसोदिया हारे
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के दौरान एक दिलचस्प घटना सामने आई। पूर्व आम आदमी पार्टी (AAP) नेता और कवि कुमार विश्वास ने खुलासा किया कि जब मनीष सिसोदिया, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री, अपनी सीट हार गए, तो उनकी पत्नी रो पड़ीं। हालांकि, विश्वास ने स्पष्ट किया कि यह सहानुभूति के कारण नहीं, बल्कि एक अलग वजह से हुआ।
मनीष सिसोदिया, जो दिल्ली शराब नीति घोटाले के आरोप में जेल में थे, जंगपुरा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी तरविंदर सिंह मरवाह से हार गए। 2020 में, सिसोदिया ने पटपड़गंज से चुनाव लड़ा था।
कुमार विश्वास ने बताया कि जब मनीष सिसोदिया की हार की खबर आई, तो उनकी पत्नी, जो राजनीति से दूर हैं, रोने लगीं। विश्वास ने कहा कि यह सहानुभूति के कारण नहीं था, बल्कि AAP के शुरुआती दिनों की यादों और आदर्शों से जुड़ी भावनाओं के कारण हुआ।
विश्वास ने एक पुरानी बातचीत का हवाला देते हुए बताया कि उनकी पत्नी ने एक बार मनीष सिसोदिया से कहा था, “भैया, आप हमेशा सत्ता में नहीं रहेंगे।” इस पर सिसोदिया ने जवाब दिया था, “अभी तो हूं।” विश्वास ने इस बात को AAP नेताओं के अहंकार के रूप में देखा।
कुमार विश्वास, जो AAP के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, ने पार्टी के नेतृत्व और दिशा पर कई बार सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी के आंसू AAP के मूल आदर्शों से दूर होने की निराशा को दर्शाते हैं।
विश्वास ने अपने पूर्व सहयोगी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं भाजपा को जीत के लिए बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे दिल्ली के लोगों के लिए काम करेंगे। मुझे उस व्यक्ति (अरविंद केजरीवाल) के लिए कोई सहानुभूति नहीं है, जिसने AAP कार्यकर्ताओं के सपनों को कुचल दिया। दिल्ली अब उससे मुक्त हो गई है।”
दिल्ली चुनाव के नतीजे:
भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि AAP को 22 सीटें मिलीं। कांग्रेस लगातार तीसरी बार दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत सकी।
कुमार विश्वास के इस बयान ने AAP के अंदरूनी मतभेदों को एक बार फिर उजागर कर दिया है। उनकी पत्नी के आंसू न केवल एक राजनीतिक हार को दर्शाते हैं, बल्कि AAP के मूल आदर्शों से दूर होने की पीड़ा को भी व्यक्त करते हैं।